Saturday, February 11, 2012

प्रेम रस ...

आ पिया इन नैनं में | जो पला ढांप तोहे लूं ||
न में देंखू  और को | न तोहे  देखन दूं  || 
हाथ छुडा वत जात हो | जो निर्बल जान के मोहे ||
ह्रदय में से जाओ तो | तब मैं जानू तोहे |
नील गगन से भी परे | सैयां जी का गम || 
दर्शन जल की कामना | पट रखीयों हे राम ||
अब  किस्मत के हाथ है | इस बंदन की लाज || 
मैंने तो मन लिख दिया | सांवरिया के नाम ||
वो चतर है कामिनी | वो है सुन्दर नार ||
जिस पगली ने कर दिया |सजन का मन राम ||
जब से राधा श्याम के | नैन हुए है चार ||
श्याम बने है राधिका | राधा बन गयी श्याम ||

Tuesday, February 7, 2012

Kavi gang...

एक बुरो प्रेम को पंथ , बुरो जंगल में बासो
बुरो नारी से नेह बुरो , बुरो मूरख में हँसो
बुरो सूम की सेव , बुरो भहनी घर भाई
बुरी नारी कुलक्ष , सास घर बुरो जमाई
बुरो ठनठन पाल है बुरो सुरन में हँसनों
कवि गंग कहे सुन शाह अकबर सबसे बुरो माँगनो...एक सबसे बुरो माँगनो.....एक सबसे बुरो माँगनो
 Movie: Hum dono (1962) 
a dialogue...

है तो वोह चाँद सी ,
लेकिन सर उसका असमान पर नहीं ,
धरती पर है | ... 

Some lines from my fav song....दुःख और सुख के रास्ते , बने हैं सबके वासते
जो गम से हार जाओगे , तो किस तरह निभाओगे
खुशी मिले हमें के गम जो होगा बाँट लेंगे हम
मुझे तुम आजमाओ तो , जरा नजर मिलाओ तो
यह जिस्म दो सही मगर , दिलो में फासला नहीं

जहा में ऐसा कौन है , के जिस को गम मिला नहीं

तुम्हारे प्यार की कसम तुम्हारा गम हैं मेरा गम
न यु बुझे बुझे रहो , जो दिल की बात हैं कहो
जो मुझसे भी छुपाओगे , तो फिर किसे बताओगे
मई कोइ गैर तो नहीं , दिलाऊ किस तरह यकीं
के तुम से मै जुदा नहीं , मुज से तुम जुदा नहीं
तुम से मै जुदा नहीं , मुज से तुम जुदा नहीं
तुम से मै जुदा नहीं , मुज से तुम जुदा नहीं